**Goldi Solar** भारतीय सौर ऊर्जा उद्योग में एक प्रतिष्ठित नाम बनकर उभरी है। कंपनी ने अपनी शुरुआत 2011 में की थी और आज यह देश की सबसे बड़ी सौर पीवी मॉड्यूल निर्माता है, जिसकी वार्षिक निर्माण क्षमता 14.7 गीगावॉट तक पहुँच चुकी है। इतने कम समय में इतनी तीव्र वृद्धि भारतीय सौर बाजार की बदलती तस्वीर को दर्शाती है।
Goldi Solar अपनी उत्पादन गुणवत्ता, नवाचार और तकनीकी उत्कृष्टता के लिए जानी जाती है। गुजरात के सूरत, पीपोदरा, नवसारी, कोसांबा और नाना बोर्सरा में इसकी अत्याधुनिक AI-पावर्ड उत्पादन इकाइयाँ स्थापित हैं। कंपनी ने पिछले एक वर्ष में अपनी उत्पादन क्षमता 3 GW से बढ़ाकर 14.7 GW करने में सफलता प्राप्त की है, जो पूरे क्षेत्र में सबसे बड़ा विस्तार है।
विशेषज्ञों के अनुसार, Goldi Solar ने भारत के हरित ऊर्जा अभियान और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा योगदान दिया है। इसके फाउंडर और चेयरमैन ईश्वरभाई ढोलकिया के नेतृत्व में कंपनी ने घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है, और 20 से अधिक देशों में अपने उत्पादों का निर्यात करती है।
निवेश के क्षेत्र में भी Goldi Solar ने हाल ही में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत ने कंपनी में ₹137.5 करोड़ का निवेश किया है, जिससे कंपनी को अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और तकनीकी रिसर्च में नए उपाय अपनाने का अवसर मिलेगा। निखिल कामत के अनुसार, “नवीकरणीय ऊर्जा भारत में एक विशाल अवसर है, और देश की ऊर्जा परिवर्तन यात्रा में ऐसी कंपनियाँ अग्रणी भूमिका निभाएँगी।”
Goldi Solar तकनीकी रूप से भी अग्रणी है। कंपनी ने हाल ही में भारत की पहली AI-पावर्ड सौर पीवी मॉड्यूल उत्पादन लाइन शुरू की है, जिससे उत्पादों की गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना है। इस स्वचालित प्रणाली की मदद से उत्पादन में उच्च गति के साथ सटीकता और स्थायित्व भी सुनिश्चित किया जा रहा है।
सरकारी नीतियाँ और market demand दोनों ने Goldi Solar के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत ने 2030 तक 280 GW सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है, और स्थानीय निर्माण को बढ़ावा देने के लिए PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) जैसी योजनाएँ लागू की जा रही हैं। Goldi Solar इन पहलों का लाभ उठाते हुए घरेलू व अंतरराष्ट्रीय बाजार में नेतृत्व की ओर अग्रसर है।
Goldi Solar केवल मॉड्यूलिंग तक सीमित नहीं है, यह EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन) सेवाएँ, सोलर वाटर पंप, सोलर स्ट्रीट लाइट, रूफटॉप सोल्यूशन, और IPP (इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर) सेवाओं जैसी श्रेणियों में भी काम कर रही है। कंपनी की परियोजनाएँ नौ वर्षों से अधिक समय से सफलतापूर्वक कार्यरत हैं, जिससे उसकी विश्वसनीयता और तकनीकी क्षमता की पुष्टि होती है।
आंकड़ों की बात करें तो कंपनी का 500+ कर्मचारियों का मजबूत बेस है, 7000 से अधिक प्रोजेक्ट्स को अमल में लाया गया है, और 600+ मेगावॉट से अधिक की परियोजनाएँ चालू हैं। Goldi Solar की उत्पादन इकाइयों को अधिकतम गुणवत्ता के लिए IEC और BIS मानकों के तहत परखा गया है।
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि Goldi Solar का यह विस्तार रोजगार, स्थानीय उद्योग, और स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों में महत्वपूर्ण योगदान देगा। कंपनी 2026 तक सेल मैन्युफैक्चरिंग में भी बड़ा निवेश कर रही है, जिससे अपनी मूल्य श्रृंखला का और सशक्तीकरण होगा।
भविष्य में Goldi Solar की योजना वैश्विक ऊर्जा बाज़ार में अपनी भारत-निर्मित तकनीक और क्षमता का विस्तार करने की है। विशेषज्ञ आशान्वित हैं कि यह कंपनी भारतीय ऊर्जा संक्रमण में तथा नेट-जीरो मिशन में अहम भूमिका निभाएगी। आने वाले वर्षों में Goldi Solar से नई तकनीक, अत्याधुनिक उत्पादन सुविधा और दूरगामी ऊर्जा समाधान की और उम्मीद की जा रही है।