देश के कई हिस्सों में मानसून की सक्रियता के चलते मौसम विभाग ने गंभीर वर्षा अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर महाराष्ट्र के मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में लगातार भीषण बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने लगातार दूसरे दिन मुंबई, ठाणे और रायगढ़ के लिए रेड अलर्ट घोषित किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मुंबई और उपनगरीय क्षेत्रों में बीते 84 घंटों में 500 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसी अवधि में शहर के कई हिस्सों — जैसे धारावी, अंधेरी, चेंबूर और डैडर — में भारी जलभराव देखा गया, जिससे यातायात बुरी तरह बाधित हुआ और कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए।
मौसम विभाग की चेतावनी है कि आने वाले 24 से 48 घंटों में भी कुछ इलाकों में अत्यंत भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी। विभाग ने बताया कि मुंबई, ठाणे और पालघर के अलावा तेलंगाना के उत्तर जिलों में भी भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं। इस दौरान तेज़ हवाएं 45 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, जिससे समुंदर में उच्च ज्वार की स्थिति बन रही है। उदाहरण के लिए, मुंबई में आज सुबह 9:16 बजे 3.75 मीटर की ऊँची लहरें उठीं।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने हालात की गंभीरता को देखते हुए सभी स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया है, ताकि बच्चे और युवा सुरक्षित रह सकें। नागरिक प्रशासन ने एहतियातन बाढ़ प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों को घरों से बाहर न निकलने की अपील की है।
आंकड़ों के मुताबिक, ठाणे के कल्याण में 146.4 मिमी, भिवंडी में 113.7 मिमी और उल्हासनगर में 112 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। मुंबई के दहिसर व कांदिवली जैसे इलाकों में 150-188 मिमी बारिश हुई है। कई स्थानों पर पानी घुटनों तक पहुँच गया है, जिससे सामान्य गतिविधियाँ बाधित हैं। सुरक्षा की दृष्टि से राहत व बचाव दल अलर्ट मोड में हैं, जबकि प्रशासन ने जलजमाव वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त पंपिंग स्टेशन और आपात सेवाएँ तैनात की हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और शहरीकरण के चलते मानसून का पैटर्न बदला है, जिससे चरम मौसम की घटनाएँ बढ़ रही हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने नागरिकों से अपील की है कि वह मौसम विभाग और प्रशासन की सलाह का गंभीरता से पालन करें।
संभावित बाढ़ जोखिम के मद्देनज़र प्रशासन ने निचले इलाकों और समुद्र किनारे के क्षेत्रों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। हाई टाइड के समय समुद्र तटों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
निष्कर्षतः आने वाले दिनों में भी मानसून की तीव्रता बनी रहने की संभावना है। प्रशासन और नागरिकों से अपेक्षा की जा रही है कि वे ऐहतियात बरतें और किसी भी आपात स्थिति में राहत दलों का सहयोग करें। मौसम विभाग लगातार ताज़ा अपडेट और चेतावनी जारी करेगा, जिसके आधार पर आगामी कार्रवाई तय की जाएगी।